Vitamins Kyu Jaruri hai

विटामिन क्यों जरूरी?


सही ढंग से काम न करना, हृदय संबंधी रोग मतौर पर विटामिन की चर्चा बीमारी सकते हैं । ये खाएं - चावल, ओट्स, जौ, मटर। के बाद या गर्भावस्था में ही होती है, हालांकि आजकल बढ़ती उम्र के साथ-साथ आमतौर पर विटामिन की चर्चा विटामिन बी-2 इसे राइबोप्लेविन भी कहते वाली बीमारियों से विटामिन की कमी को बीमारी के बाद या गर्भावस्था में हैं। यह लाल रक्त कणिकाओं को बनाने जा रहा है। लेकिन बहुत कम लोग जानते ही होती है, हालांकि आजकल लिए महत्वपूणर्ण है। इसकी कमी से आंखों विटामिन बी12 की कमी के कारण बढ़ती उम्र के साथ-साथ होने सूखना, डिप्रेशन, याददाश्त कमजोर होना जैसी डिप्रेशन हो सकता है या विटामिन के की कमी वाली बीमारियों से विटामिन की बीमारियां हो सकती हैं। (सोयाबीन, दहीखून बहना बन्द नहीं होता। ये सारे कमी को जोड़ा जा रहा है। मशरूम, फूलगोबी। विटामिन हम रोज के खाने से तो मिलते ही हैं विटामिन बी 3 - यह विटामिन शरीर अगर कमी हो तो सप्लीमेंट लेना जरूरी विटामिन की कमी से शरीर में रक्त का स्तर टॉक्सिन कम करने में मदद करता है तथा विटामिन बी मेटाबालिज्म सन्तुलित रखने में सहायक है। होना मेटॉबल्जिम का कमजोर होना जैसी विटामिन बी के कई प्रकार होते हैं इनकी कमी खाएं - मूंगफली, ब्राउन राइस, मक्कासमस्याएं भी होती है। बच्चों को होने वाली से होने वाली परेशानियां व बचाव :पत्तागोभी, मछली। बीमारियों में विटामिन्स औषधि की विटामिन विटामिन बी4- इसकी कमी से त्वचा और काम करता है। बी-1 इसे रक्त संबंधी रोग, इम्यून सिस्टम का सही ढंग विटामिन-ए की कमी के थायमिन भी __ काम न करना। शरीर का सही विकास न होनाकारण ये बीमारियां कहते हैं इसकी ये खाएं - साबुत अनाज, लोंग, तेजपत्ता, दूबविटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है। यह कमी से बेरीअदरक, शहद, नारियल, दूध, बादाम, दही। बेरी रोग, पाचन के शरीर में सबसे ज्यादा लिवर में विटामिन सी - यह पानी में घुलनशील तंत्र का संग्रहित होता है जो हड्डियों, त्वचा, आंखों विटामिन है जो शरीर में मौजूद एन्टीऑक्सीडेंट शरीर के अन्य टिश्यू के लिए महत्वपूणर्ण की रक्षा करता है। यह विटामिन शरीर इसकी कमी से रतौंधी रोग होता है। दिल, रासायनिक क्रियाओं में सहायक होता और फेपड़ों को दुरूस्त रखने के लिए यह तथा कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करता जरूरी है। है। इसकी कमी से स्कर्वी, हाई ब्लड विटामिन ए प्रेशर, स्ट्रोक, कैंसर, पित्ताशय संबंधी मछली, पनीर, दूध, गाजर, खरबूज, रोग, मेटाबालिज्म कमजोर होना जैसी शकरकन्द से मिलता है। बीमारियां हो सकती हैं।